जिन्दा हो तुम 

दिलो में तुम अपनी बेताबिया लेकर 

चल रहे हो तो जिन्दा हो तुम ।।

नजरो में खाव्वो की विजलिया ले कर 

चल रहे  हो तो जिन्दा हो तुम ।।

हवाओँ की झोको की तरह आजाद 

होकर रहना सीखो जिना सीखो ।

तुम एक दरिया जेसे लहरो में बहना सीखो।

हर एक लम्हे से तुम मिलो अपनी बाहे खोलके ।

हर एक पल नया समा देखे या निगाहे ।

जो अपनी आखो में हेरानिया ले ।

कर चल रहे हो तो जिन्दा हो तुम।

दिलो में तुम अपनी बेताबियाँ ले कर ।

चल रहे हो तो जिन्दा हो तुम ।।जिन्दा हो तुम।।

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